Uttarakhand
नैनीताल के 12 पत्थर में छात्राओं को दो दिवसीय रॉक क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण, आत्मविश्वास और साहस से भरा रोमांचकारी अनुभव

नैनीताल: नैनीताल के प्रसिद्ध स्थल 12 पत्थर में दो दिवसीय ट्रेक और बेसिक रॉक क्लाइंबिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की लगभग 40 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन का उद्देश्य प्रतिभागियों को साहसिक खेलों के माध्यम से शारीरिक दक्षता, आत्मविश्वास और टीम भावना विकसित करना था।
यह प्रशिक्षण ‘हिमालयन माउंटेनियरिंग क्लब’ द्वारा संचालित किया गया, जिसमें छात्राओं को रैपलिंग, क्लाइम्बिंग, बोल्डरिंग, स्क्रैम्बलिंग, ज़िप लाइन, बर्मा ब्रिज और बैम्बू लैडर क्लाइम्बिंग जैसी विभिन्न साहसिक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण का नेतृत्व अनुभवी पर्वतारोहियों अनित साह और हरीश बिष्ट ने किया। उन्होंने छात्राओं को पर्वतारोहण की मूलभूत तकनीकों के साथ-साथ सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी दी। दोनों प्रशिक्षकों ने छात्राओं को प्रेरित किया कि कैसे साहसिक गतिविधियों के ज़रिए वे मानसिक और शारीरिक रूप से मज़बूत बन सकती हैं।
इस अवसर पर पर्वतारोहण के क्षेत्र में 45 वर्षों का अनुभव रखने वाले प्रशिक्षक सुनील ने कहा, “बच्चों को रॉक क्लाइंबिंग सिखाना हमारे लिए हर बार नया अनुभव होता है। कुछ बच्चे हमसे सीखते हैं और कुछ बच्चों से हम भी सीखते हैं। यह एक दोतरफा प्रक्रिया है।”
छात्रा राधिका ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “यह मेरी पहली रॉक क्लाइंबिंग थी। शुरुआत में ऊंचाई देखकर डर लग रहा था, लेकिन जैसे ही मैंने चट्टान से उतरना शुरू किया, मेरा डर निकल गया। यह अनुभव बहुत रोमांचक और यादगार रहा।”
कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर पृथ्वी की परिधि के 100 मील की दूरी को साहसिक गतिविधियों के माध्यम से तय करना था, जिसमें छात्राओं ने पूरी लगन और जोश के साथ भाग लिया।
यह प्रशिक्षण न केवल रोमांचकारी रहा, बल्कि छात्राओं के व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व कौशल और साहस को भी प्रोत्साहित करने वाला सिद्ध हुआ।