Uttarakhand
उत्तराखंड में इक्वाइन इन्फ्लुएंजा के दो नए मामले , अब तक 55 घोड़े संक्रमित…..

देहरादून : उत्तराखंड में पशुओं की सेहत को लेकर चिंता बढ़ गई है। राज्य में इक्वाइन इन्फ्लुएंजा के दो नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। पशुपालन विभाग के उत्तराखंड स्टेट कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को प्रदेशभर में 953 सैंपल की जांच की गई, जिसमें दो सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
अब तक राज्य में कुल 55 घोड़े इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। फिलहाल, नौ संक्रमित घोड़ों का इलाज जारी है। विभाग ने संक्रमित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है और पशुपालकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
इक्वाइन इन्फ्लुएंजा: घोड़ों में तेजी से फैलने वाला संक्रामक रोग
इक्वाइन इन्फ्लुएंजा एक संक्रामक श्वसन रोग है, जो मुख्य रूप से घोड़ों को प्रभावित करता है। यह वायरस संक्रमित घोड़े के संपर्क में आने या उसके सांस के जरिए दूसरे घोड़ों में फैलता है। बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक से पानी आना और कमजोरी शामिल हैं। समय पर इलाज न होने पर यह घोड़ों के लिए घातक साबित हो सकता है।
पशुपालन विभाग की अपील
पशुपालन विभाग ने घोड़ा मालिकों और पशुपालकों से अपील की है कि यदि उनके पशु में इक्वाइन इन्फ्लुएंजा के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत विभागीय सहायता प्राप्त करें। जानकारी और मदद के लिए विभाग ने टोल फ्री नंबर 1962 जारी किया है। इस नंबर पर कॉल कर पशुपालक परामर्श और उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।