चमोली : कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत गौचर से सिवाई तक की साढ़े 6 किलोमीटर लंबी मुख्य सुरंग के आरपार होने पर एचसीसी-डीबीएल कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुशी व्यक्त की है। इस परियोजना का हिस्सा बनने वाली टीम ने इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को हासिल करने पर गर्व महसूस किया, जिसे उनकी अथक मेहनत और तकनीकी विशेषज्ञता की बदौलत पूरा किया गया।
मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के तहत गौचर से सिवाई तक 6.5 किलोमीटर लंबी मुख्य सुरंग का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। इस सुरंग के आरपार होने के बाद अब परियोजना की प्रगति को एक नया मुकाम मिला है। अजीत सिंह यादव ने कहा कि इस सुरंग को ब्रेक थ्रो करने में कंपनी को सफलता प्राप्त हुई है, और इस प्रक्रिया को पूरा करना परियोजना के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ है। यह काम इसमें शामिल सभी हितधारकों के संयुक्त प्रयास और तकनीकी विशेषज्ञता का परिणाम है।
यह परियोजना मेसर्स एचसीसी-डीबीएल (संयुक्त उद्यम) द्वारा ठेकेदार के रूप में की जा रही है, जबकि तुमास इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और अल्टीनोक (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी) के साथ-साथ रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) इसका नियोक्ता/ग्राहक है। इस परियोजना की क्रियान्वयन प्रक्रिया में इन सभी की संयुक्त मेहनत और समर्पण से यह सफलता संभव हो पाई है।
टी16 पी1 गौचर से लेकर टी16 पी2 तक की कुल संयुक्त लंबाई को तय करते हुए 6,322 मीटर की दूरी को 3 साल और 9 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पूरा किया गया है। हालांकि इस उत्खनन प्रक्रिया के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन टीम ने अपनी मेहनत और संघर्ष से इन मुश्किलों को पार किया।