Uttarakhand
फ्री इलाज की राह पहले से ज्यादा होगी आसान, ESI में भी आयुष्मान वाला फार्मूला होगा लागू

ईएसआई में भी मरीजों के इलाज से लेकर अस्पतालों के भुगतान तक की प्रक्रिया आयुष्मान की तरह होगी। इसके लिए सचिव श्रम डा. पंकज कुमार पांडेय ने आयुष्मान व्यवस्था का अध्ययन करते हुए उसी व्यवस्था को लागू किए जाने के निर्देश दिए।
अभी ईएसआई के इलाज और अस्पतालों को होने वाले भुगतान की व्यवस्था पर विवाद उठता रहा है। पिछले साल अस्पतालों को किए गए 360 करोड़ के भुगतान पर खासा विवाद हुआ। इन विवादों के कारण ईएसआई ने निजी अस्पतालों में रेफर किए जाने वाली व्यवस्था में बड़ा बदलाव करते हुए रेफर संख्या को बेहद सीमित कर दिया।
अब सिर्फ 15 प्रतिशत ओपीडी और पांच प्रतिशत आईपीडी मरीज ही रेफर किए जाने की व्यवस्था है। बीच में हुई गड़बड़ियों के कारण अब सभी मरीजों को रेफर सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सात लाख परिवारों को मिलेगा लाभ ईएसआई में आयुष्मान की व्यवस्थाएं लागू होने से मरीजों को ओपीडी और आईपीडी के तहत पूरा इलाज मिलेगा। सात लाख श्रमिकों के साथ ही आश्रितों को मिला कर कुल 28 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
एसआई में इलाज की व्यवस्था को मजबूत और बेहतर किया जाएगा। पूरे सिस्टम को व्यवस्थित किया जाएगा। इसके लिए आयुष्मान पैटर्न को ईएसआई में भी लागू किया जाएगा। ताकि मरीजों का इलाज सही तरीके से हो सके। साथ ही अस्पतालों का भुगतान भी समय पर हो जाए।