Uttarakhand
सांप्रदायिक तनाव के बाद गौचर मेला बनेगा चुनौती, चमोली में 3 माह में तीसरे विवाद की क्या वजह?

चमोली जिले के गौचर में 14 नवंबर से बड़े स्तर पर मेला आयोजित किया जाना है। जिला प्रशासन इन दिनों मेले की तैयारियों में जुटा हुआ है। लेकिन मंगलवार को दो समुदाय के विवाद ने मेले की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए है।
इस मेले में अधिकांश बाहरी राज्यों से ही दुकानदार मेले में शामिल होते है। मेले को लेकर ग्रामीणों में भी बहुत उत्साह बना रहता है। जैसाी नजारा मंगलवार को गौचर नगर में दिखा उसे देखते हुए मेले को संपन्न कराना मेला आयोजकों के लिए एक चुनौती बन गया है।
चमोली जिले के साथ ही साथ लगते जिले के लोगों के लिए गौचर मेला अहम रहता है। गौचर मेले में लोगों की खासी भीड़ उमड़ती है। मंगलवार को दो समुदायों के बीच पैदा हुआ तनाव किस हद तक जाएगा इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है।
विशेष समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ ने माहौल को और अधिक गर्मा दिया है। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल का कहना है कि गौचर मेले को लेकर प्रशासन को व्यापार संघ और बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करके सुझाव लेकर रणनीति तैयार करनी चाहिए।
क्योंकि यहां पर अब लोगों की सुरक्षा का सवाल है। पुलिस के सामने ही मारपीट की जा रही है। जो बर्दास्त नहीं की जा सकती है। गौचर मेले में पूरी छानबीन के बाद ही बाहरी लोगों को दुकान लगाने दी जाए।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी का कहना है कि नंदानगर घटना के बाद डीएम और एसपी को बाहरी लोगों का कड़ाई से सत्यापन कराने को लेकर ज्ञापन दिया गया था। ऐसे लोगों को क्षेत्र से बाहर किया जाना चाहिए जो क्षेत्र के लोगों के लिए खतरा बन रहे हो।
गौचर के चौकी प्रभारी समय पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस चौकी प्रभारी गौचर लक्ष्मी प्रसाद बिल्जवाण ने मौके पर पहुंचकर दोनों घायलों को मेडिकल के लिए अस्पताल पहुंचाया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अस्पताल में पहले से ही मौजूद समुदाय विशेष के लोगों ने घायल कैलाश के साथ जमकर मारपीट की।
गौचर बाजार से यात्री वाहन चलते रहे
बदरीनाथ धाम को जाने वाले सभी वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से होती रही। विवाद और जुलूस के दौरान प्रदर्शन करने वालों ने यात्री वाहनों को जाने दिया। पुलिस फोर्स भी नगर के उन स्थानों पर तैनात थी जहां से यात्री वाहन गुज रहे थे।
विरोध में दिनभर बाजार बंद रहा
स्थानीय लोगों ने मंगलवार सुबह 9.30 बजे बाजार बंद कराया। जो पूरे दिन बंद रहा। दवा और आवश्यक सामग्री की चंद दुकानों को छोड़कर पूरा बाजार बंद रखा गया। लोग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे।
गौचर नगर में मारपीट के बाद दो समुदाय के बीच माहौल गर्माया
गौचर में मंगलवार को हुआ छोटा सा विवाद पल भर में ही इतना विवादित हो गया कि लोग सड़कों पर उतर आए। दुकानों में तोड़फोड़ के बाद नगर में तनाव का माहौल बन गया। विश्व हिन्दू परिषद, भैरव दल से जुड़े लोग और स्थानीय व्यापारियों ने जुलूस निकालकर बाजार बंद करा दिया।
विवाद इतना बड़ा नहीं था कि उसके लिए इतना बवाल खड़ा कर दिया गया। एक विशेष समुदाय की दुकानों में तोड़ फोड़ होती देख प्रशासन को आनन फानन में धारा 163(निषेधाज्ञा) को लागू करना पड़ा।
प्रदेश में अकेले चमेली जिले में तीन माह के अंदर यह तीसरा ऐसा विवाद सामने आया है। जब दो समुदाय के बीच विवाद होने पर स्थानीय लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ गया। जुलूस के साथ ही धरने प्रदर्शन किए गए।
त्योहारी सीजन में गौचर बाजार पूरे दिन बंद रहा। जहां लोगों को खरीददारी करने को बाजार में आना था वहां पुलिस फोर्स पहरा देती नजर आई। मंगलवार को कैलाश बिष्ट और सलमान के बीच विवाद हुआ मारपीट भी हो गई।
मामले ने तब तूल पकड़ा जब अस्पताल में भी कैलाश के साथ मारपीट की गई। इसके बाद साथी व्यापारियों के साथ ही विहिप और भैरव दल से जुड़े लोगों ने शहर में बाजार बंद करा दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने विशेष समुदाय की दुकानों पर तोड़फोड़ कर दी।