Delhi
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सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले लोग एल्विश यादव के ‘सिस्टम मीम’ के बारे में जानते होंगे। एल्विश अपने वीडियो में बार-बार ‘सिस्टम’ शब्द बोलते हैं। लेकिन रविवार को एक के बाद एक उन्हें झटके पर झटका लगा। ऐसे में अब उनका ‘सिस्टम’ बिगड़ता हुआ जा रहा है। दरअसल, सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में नोएडा सेक्टर-20 की पुलिस पूछताछ के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर ली। अरेस्ट करने के बाद एल्विश को कोर्ट में पेश किया गया जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कई धाराओं के तहत उनपर केस दर्ज हुआ है। लेकिन एल्विश पर दो एक्ट ऐसे लगे हैं जो बहुत भारी पड़ सकते हैं।
एक-दो नहीं, होगी 20 साल की जेल
दरअसल, एल्विश यादव पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (1985) और वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट (1972) लगाया गया है। NDPS एक्ट नशीले पदार्थ जैसे अफीम, चरस, हेरोइन, एलएसडी, आदि खरीदने, बेचने, सेवन करने या बनाने पर लगाया जाता है। एल्विश पर सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप है। बता दें कि इसका इस्तेमाल रेव पार्टियों में नशे के लिए किया जाता है। ऐसे में अगर एल्विश आरोपी सिद्ध होते हैं तो इस एक्ट के तहत उन्हें 10 से 20 साल तक के लिए जेल की सजा हो सकती है। इस एक्ट में दोषी पाए जाने पर कम से कम 10 साल की कठोर कारावास की सजा है जिसे 20 साल तक बढ़ाया भी जा सकता है।
ये दो एक्ट पड़ेंगे बहुत भारी
वहीं एल्विश यादव पर जो दूसरा एक्ट (वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट) लगा है वह वन्यजीवों की सुरक्षा से संबंधित मामलों पर लगाया जाता है। इस एक्ट में 43 वन्यजीवों को शामिल किया गया है। इस सूची में सांप भी है। इस एक्ट में कवर होने वाले किसी भी वन्यजीव की सुरक्षा के साथ कुछ गलत करने वाले को 3 से 7 साल की जेल की सजा हो सकती है। ऐसे में अब गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत के बाद एल्विश पर ये दोनों एक्ट भारी पड़ सकते हैं।
बिगड़ने वाला है ‘सिस्टम’
एल्विश पर कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पिछले साल 8 नवंबर को रेव पार्टियों में नशे के लिए सांप का जहर इस्तेमाल करने के लिए एक एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने सांप के जहर के साथ 5 लोगों को तब अरेस्ट किया था। एफआईआर में एल्विश यादव का भी नाम था। पुलिस ने उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर सूरजपुर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।