Uttar Pradesh
guard took away my underwear the train driver wrote a shocking thing in the memo

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Train Driver and Guard: ट्रेनों की लेटलतीफी अथवा किसी तकनीकी गड़बड़ी पर लोको पायलट और गार्ड द्वारा स्टेशन मास्टर को मेमो देने के मामले तो आते रहते हैं लेकिन अंडरवियर गायब हो जाने पर लोको पायलट का ऐसा कदम उठाना रेलवे के साथ सोशल मीडिया में भी चर्चा में आ गया है। वाराणसी मण्डल के एक लोको पायलट का अपने सहकर्मी गार्ड पर अंडरवियर उठा ले जाने का आरोप लगाते हुए जौनपुर स्टेशन मास्टर को दिया गया मेमो वायरल हो रहा है। स्टेशन मास्टर से होते हुए मेमो आला अफसरों तक पहुंच चुका है। अफसर हैरान हैं और कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
मेमो के वायरल होने के बाद अब आरोप लगाने वाला लोको पायलट बुरा फंस गया है। फोन पर उसने बताया कि मजाक में मेमो बनाया था, न जाने कैसे वायरल हो गया। उसने खुद बताया कि अब इसकी वजह से ही वह छुट्टी पर है। उधर, जिस गार्ड पर आरोप लगाया गया है उसने नाराजगी जताते हुए आरोप लगाने वाले लोको पायलट के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की बात कही है। एनईआर के वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मेमो में
मेमो में लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर को लिखा है कि 14 फरवरी को 22420 जौनपुर-गाजीपुर सिटी पैसेंजर में काम किया। गाजीपुर रनिंग रूम में अंडरवियर सूखने के लिए बाहर रखे थे, संभवत ट्रेन मैनेजर ने नया समझकर अपने बैग में रख लिया। मांगने पर नहीं दिए, बोले नया खरीद लीजिएगा। अत संरक्षा और सुरक्षा को देखते हुए उचित कार्रवाई की जाए। इस मेमो को जौनपुर के स्टेशन मास्टर ने रिसीव किया है।
क्या बोले स्टेशन अधीक्षक
जौनपुर के स्टेशन अधीक्षक उदय कुमार सिंह ने कहा कि हमारे यहां रनिंग रूम में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। संभवत लोको पायलट गाजीपुर स्टेशन के रनिंग रूम में नहाए-धोए और वहीं अंडरवियर छूट गई। इस घटना का जौनपुर जंक्शन से कोई मतलब नहीं है।
वहीं गाजीपुर के स्टेशन अधीक्षक एसएम सिद्दीकी ने कहा कि यह दो लोगों का आपस में किया गया मजाक हो सकता है। चोरी जैसी कोई बात नहीं है। दोनों लोगों में आपसी समझौते की भी बात आ रही है, लेकिन इसकी पुष्टि यहां से नहीं की जा सकती। क्योंकि मामला जौनपुर में दर्ज है।