Uttarakhand

20 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, आज श्रद्धालुओं का पहला जत्था ऋषिकेश से होगा रवाना।

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देहरादून/ऋषिकेश – हेमकुंड साहिब के लिए सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था बुधवार को ऋषिकेश के लक्ष्मणझूला रोड स्थित गुरुद्वारा से रवाना होगा। पहले जत्थे में तीन सौ यात्री शामिल हो सकते हैं। श्रद्धालुओं को रवाना करने के लिए राज्यपाल लेफ्टीनेंट जनरल (सेनि.) सरदार गुरमीत सिंह, सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित समेत अन्य कई कैबिनेट मत्रियों का कार्यक्रम प्रस्तावित है।

हेमकुंड साहिब यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के श्रद्धालु शामिल हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि जत्थे की रवानगी की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। दिनभर श्रद्धालुओं का लक्ष्मणझूला स्थित गुरुद्वारे पर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।

गुरुद्वारा परिसर में खुला पंजीकरण केंद्र

हेमकुंड यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पर्यटन विभाग की ओर से लक्ष्मणझूला स्थित गुरुद्वारे में पंजीकरण केंद्र खोल दिया गया है। चारधाम यात्रा के पंजीकरण प्रभारी प्रेमानंद ने बताया कि पंजीकरण केंद्र में तीन काउंटर होंगे। यह केंद्र सुबह पांच बजे से रात दस बजे तक खुले रहेंगे। कर्मचारी यहां दो शिफ्टों में काम करेंगे।

60 से ज्यादा उम्र वाले बीमार यात्री नहीं जा सकेंगे हेमकुंड साहिब

60 साल से ज्यादा उम्र के बीमार लोग अब हेमकुंड साहिब की यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। चमोली जिला प्रशासन की अपील पर गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से ऐसे यात्रियों को ऋषिकेश में रोका जाएगा। हालांकि हेमकुंड साहिब में बर्फ पिघलने के बाद ऐसे यात्रियों को यात्रा पर जाने की अनुमति मिल जाएगी।

गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि वर्तमान में हेमकुंड साहिब जाने के रास्ते में आठ फीट तक बर्फ जमी है। ऐसे में इस समय वहां पर ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम है।

इसके चलते 60 साल से अधिक आयु के ऐसे लोग जो ब्लड प्रेशर, अस्थमा और शुगर की बीमारी से पीड़ित हैं उनको यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा बच्चों को भी फिलहाल यात्रा पर जाने पर रोक रहेगी। हालांकि बर्फ पिघलने के बाद ये लोग यात्रा पर जा सकते हैं।

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