Uttarakhand
15 घंटे तक बुरी तरह हाईवे पर फंसे यात्री, उत्तराखंड में चीन बॉर्डर पर नीती NH पर ट्रैफिक शुरू
भारत-चीन बॉर्डर पर नीती मलारी हाईवे पर ट्रैफिक दोबारा शुरू हो गया है। बीआरओ और जिला प्रशासन की 15 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद हाईवे पर ट्रैफिक मंगलवार दोपहर बार शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि सोमवार दोपहर को करीब 12 बजे पहाड़ी टूटने के कारण रैंणी के पास हाईवे बंद हो गया था। हाईवे के बंद होने के बाद यात्री बुरी तरह से फंस गए थे। बीआरओ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार दोपहर तीन बजे करीब वैकल्पिक रूट से फंसी गाड़ियों को निकाला।
हाईवे के बंद होने से बॉर्डर एरिया पर स्थित अग्रिम चौकियों समेत 17 गांवों के लिए आवाजाही बंद हो गई थी। बीआरओ ने सोमवार रात को हाईवे से बोल्डर और मलबा मलबे हटाया था, लेकिन देर रात को एक बार मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया था।
टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच दो दिन फिर बंद
चम्पावत में टनकपुर-पिथौरागढ़ के बीच अगले दो दिन यानी मंगलवार और बुधवार को काई भी वाहन नहीं चलेंगे। इस दौरान स्वाला के पास 24 घंटे तीन शिफ्ट में काम किया जाएगा। चम्पावत-टनकपुर के बीच दो दिन कोई भी वाहन नहीं चले सकेंगे।
डीएम नवनीत पांडेय ने बताया कि स्वाला के पास पहाड़ी से बार-बार मलबा गिर रहा है। इससे यहां वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि इसी को देखते हुए एनएच में मंगलवार और बुधवार को किसी भी तरह के वाहन नहीं चल सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान एनएच में 24 घंटे तीन शिफ्टों में कार्य किया जाएगा। स्वाला में बीते 17 सितंबर से चम्पावत और टनकपुर के बीच बड़े वाहनों का संचालन नहीं हो सका है। जबकि छोटे वाहनों की आवाजाही पहले सुबह छह से दोपहर 12 और उसके बाद छह से अपरान्ह दो बजे तक के लिए बंद किया गया था।
रविवार रात गिरा था भारी मात्रा में मलबा
चम्पावत में टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे में निर्धारित समय से दो घंटे पहले वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। स्वाला के पास बने डेंजर जोन में छोटे वाहनों के चलने का समय अपरान्ह दो बजे निर्धारित किया गया था। लेकिन मलबा साफ होने के बाद दोपहर 12 बजे छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई। हालांकि इस दौरान रास्ते में फंसे बड़े वाहनों को भी जाने दिया। रविवार रात मलबा गिरने से 40 मीटर सड़क वॉश आउट हो गई थी।