Uttarakhand
हरिद्वार जेल ब्रेक में दो और मददगार गिरफ्तार, फरार कैदियों को बाइक से कियाथा ड्रॉप

हरिद्वार जेल ब्रेक में दो और मददगारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन पर जेल से फरार कैदियों को दोपहिया वाहन, नगदी उपलब्ध कराने का आरोप है। आरोपी लक्सर क्षेत्र के रहने वाले हैं।
एक आरोपी शूटर पंकज के ताऊ का बेटा है। जबकि दूसरा आरोपी रिश्ते के भाई का दोस्त है। एक मददगार को पहले गिरफ्तार किया गया था। दशहरा से एक दिन पहले हरिद्वार जेल कैंपस में सीढ़ी लगाकर कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग का आजीवन कारावास की सजा काट रहा शूटर पंकज और विचाराधीन कैदी रामकुमार दीवार फांदकर फरार हो गए थे।
तीसरा आरोपी छोटू सीढ़ी के गिर जाने पर फरार नहीं पाया था। रुड़की के चर्चित सफाई नायक बसंत चौधरी हत्याकांड में शूटर को पिछले साल उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जबकि दूसरा आरोपी रामकुमार फिरौती वसूलने के आरोप में जेल में बंद था।
एसआईटी ने पिछले दिनों शूटर पंकज के मौसेरे भाई को उनकी मदद के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके बाद नितिन कुमार पुत्र चंद्रकिरण और बॉबी पुत्र सुखपाल निवासीगण इस्माइलपुर, लक्सर का नाम मदद देने में सामने आया। बॉबी शूटर के ताऊ का पुत्र है।
आरोपियों ने उन्हें मोटरसाइकिल से लक्सर छोड़ा और पंद्रह सौ की नगदी भी दी। एसओ सिडकुल मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि दोनों कैदी लक्सर से कहां गए, यह जानकारी नहीं मिली है। मामले में एक टेलीकॉम मालिक को भी चिन्हित किया गया है। कैदियों को फरार कराने में प्रयुक्त बाइक को सीज कर दिया गया।
फरार कैदियों पर है इनाम घोषित
आईजी गढ़वाल रेंज ने फरार कैदियों पर पचास-पचास हजार का इनाम घोषित किया था। वहीं, शासन ने डिप्टी जेलर प्यारेलाल समेत छह जेल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। एसएसपी ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसआईटी गठित कर दी थी। इसमें एसटीएफ को भी लगाया गया है। जिलाधिकारी ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के भी आदेश दिए हैं।