Uttarakhand
स्कॉलरशिप घोटाले के आरोपी अफसर पर विजिलेंस की छापेमारी, क्या-क्या मिला?
उन पर करीब 1.18 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति के चेक मेरठ के एक कॉलेज को सीधे देने के आरोप थे।
स्कॉलरशिप घोटाले के आरोपी समाज कल्याण विभाग के पूर्व उप निदेशक अनुराग शंखधर के देहरादून स्थित घर पर शनिवार को विजिलेंस ने छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति को लेकर यह कार्रवाई हुई है। शंखधर के घर से दो लाख रुपये कैश, दो भवनों के दस्तावेज, एक कार और महत्वपूर्ण अभिलेख मिले हैं। विजिलेंस ने उनके खिलाफ हल्द्वानी सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया है। शंखधर उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी हैं। उन पर करीब 1.18 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति के चेक मेरठ के एक कॉलेज को सीधे देने के आरोप थे।
एसआईटी जांच में यह बात सामने आई थी। एसआईटी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एसआईटी की ओर से दर्ज 100 से अधिक मुकदमों में से कइयों में शंखधर को नामजद किया गया। इसके बाद शुरू हुई प्रवर्तन निदेशालय की जांच में भी उन्हें आरोपी बनाया गया था।
ईडी की ओर से इस मामले में स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। इस बीच शंखधर पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप भी लगे। प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। एसएसपी विजिलेंस धीरेंद्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति की जांच को लेकर शनिवार को हल्द्वानी सेक्टर की टीम देहरादून पहुंची। हल्द्वानी की टीम ने देहरादून के अधिकारियों के साथ शंखधर के घर पर छापा मारा।
हो सकती है गिरफ्तारी
सूत्रों के अनुसार विजिलेंस अनुराग शंखधर को आने वाले दिनों में पूछताछ के लिए बुला सकती है। जांच पूरी होने के बाद उनकी गिरफ्तारी की भी संभावना जताई जा रही है। बता दें शंखधर पूर्व में जेल जा चुके हैं। छात्रवृत्ति घोटाले में जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार रहते हुए शंखधर को गिरफ्तार किया गया था।
सुबह आठ बजे पहुंची टीम
शंखधर के दून में बसंत विहार स्थित आवास पर विजिलेंस की टीम सुबह आठ बजे पहुंच गई थी। एसएसपी गुंज्याल ने कहा, घर से क्या दस्तावेज बरामद हुए हैं, जांच पूरी होने के बाद इसका खुलासा हो पाएगा।