Uttarakhand
सरकार द्वारा मदरसों पर हो रही कार्यवाही पर छलका पूर्व सीएम हरीश रावत का दर्द , भाजपा पर साधा निशाना…..
हरिद्वार: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार में आयोजित पार्षद सम्मान कार्यक्रम में भाग लिया और इस दौरान मदरसों पर हो रही प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कई मदरसे, जिन्हें अवैध घोषित किया जा रहा है, वर्षों से मान्यता प्राप्त करने के लिए आवेदन कर चुके हैं, लेकिन अब तक उन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
रावत ने यह सवाल उठाया कि जिन मदरसों पर कार्रवाई की जा रही है, वे पहले ही आवेदन कर चुके हैं, तो अब तक मान्यता क्यों नहीं दी गई। उन्होंने यह भी सवाल किया कि जो बच्चे इन मदरसों में शिक्षा ले रहे हैं, उनके भविष्य और शिक्षा का क्या होगा। उनका कहना था कि यह कार्रवाई सिर्फ राजनीतिक कारणों से की जा रही है, और इसे केवल राजनीतिक खेल के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा इस प्रकार की राजनीति करती आ रही है, जैसे पहले “लव जिहाद” और अब “धर्म परिवर्तन” के नाम पर राजनीति की जा रही है। रावत ने कहा कि भाजपा को उत्तराखंड में अपने ऐसे रुख को बदलने की जरूरत है और इस बार “भा.ज.पा. हटाओ जिहाद” का अभियान चलाना होगा।
हरीश रावत ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि ऐसे मामलों में बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक स्थिर और न्यायपूर्ण निर्णय लिया जाना चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ के लिए अवैध मदरसों को बंद करना चाहिए।