Uttarakhand

सरकारी-आउटसोर्स कर्मचारियों की दिवाली हो सकती फीकी-बोनस पर भी अपडेट, सैलरी नहीं आने की क्या वजह?

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उत्तराखंड के हजारों सरकारी और आउटसोर्स कर्मचारियों का दीपावली का त्योहार फीका रह सकता है। दिवाली बोनस पर भी अपडेट सामने आया है। इस साल दीपावली 31 अक्तूबर को है और इस अवधि तक कर्मचारियों को वेतन जारी नहीं हो पाता।

खासकर उपनल आउटसोर्स कर्मचारियों की हाजिरी का विवरण समय पर तैयार न होने की वजह से नए महीने में कई-कई दिन तक इंतजार करना पड़ता है। हालांकि सरकार ने दावा किया कि कर्मचारियों को समय पर वेतन मुहैया करा दिया जाएगा।

इस साल दीपावली 31 अक्तूबर और एक नवंबर को आ रही है। सरकारी कर्मचारियों का वेतन हर महीने एक तारीख तक जारी हो जाता है, पर इस दौरान छुट्टी की वजह से कोषागार समेत सभी दफ्तर बंद रहते हैं।

दूसरी तरफ, सार्वजनिक उपक्रम, सहायता प्राप्त संस्थानों का मानदेय स्थानीय स्तर पर जारी होता है, और आउटसोर्स कर्मचारियों का उनकी हाजिरी का ब्योरा देर से जमा होने की वजह से उनका मानदेय पहली से दस तारीख तक ही जारी होता है।

आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ समस्या यह है कई विभागों में दो से तीन महीने तक मानदेय नहीं मिल रहा। हालांकि सरकार ने दावा किया कि दीपावली के पर्व पर सभी कार्मिकों को समय पर वेतन-मानदेय जारी किया जाएगा।

अपर मुख्य सचिव-वित्त एवं कार्मिक आनंद वर्द्धन ने बताया कि वेतन जारी करने में कोई समस्या नहीं आएगी। सभी कार्मिकों को नियत समय पर वेतन जारी कर दिया जाएगा।

दीपावली बोनस 28 तक हो सकता है जारी

कर्मचारियों को दीपावली का बोनस का आदेश 28 अक्तूबर तक जारी हो सकता है। सूत्रों के अनुसार वित्त विभाग ने बोनस की फाइल पर काम शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार 4600 ग्रेड पे तक के कर्मचारी इसके दायरे में आएंगे। सूत्रों के अनुसार कार्मिकों को सात हजार रुपये तक बोनस मिल सकता है।

उपनल की ओर से कई बार सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हर महीने 22 तारीख से कार्मिकों की उपस्थिति का ब्योरा भेजना शुरू करें। लेकिन उंगुलियों पर गिने जाने लायक विभाग ही समय पर विवरण भेजते हैं। इस वजह से उपनल कर्मियों को समय पर मानदेय जारी नहीं हो पाता।

ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट(सेनि),एमडी-उपनल

उपनल कर्मचारियों को काफी अल्प मानदेय मिलता है और वो भी समय पर नहीं मिल रहा है। सरकार को उपनल कर्मियों को समय पर वेतन देने की व्यवस्था सख्ती से लागू करनी चाहिए।

विनोद गोदियाल, अध्यक्ष-उपनल कर्मचारी महासंघ



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