Uttarakhand
श्रद्धालुओं की संख्या कम-30 फीसदी तक कारोबार घटा, केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री चारधाम के कपाट बंद की यह तारीख
चारधाम यात्रा इस साल कपाट बंद होने से पहले अंतिम पड़ाव है। केदारनाथ-बदरीनाथ्, गंगोत्री समेत चारों धामों के कपाट बंद होने की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस बार पिछले साल की अपेक्षा कम यात्री हरिद्वार पहुंचे। ट्रेवल्स कारोबारियों का 30 फीसदी काम चारधाम का कम हुआ है।
भले ही केदारनाथ धाम में दर्शनार्थियों की लंबी लाइन लग रही हो, लेकिन पिछले साल की अपेक्षा कपाट बंद होने के अंतिम दिनों में कम श्रद्धालु आ रहे हैं। शुक्रवार के दिन 150 यात्रियों ने धाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, जबकि पिछले साल यह संख्या 603 थी।
दक्षिण के यात्री इस बार कम हरिद्वार पहुंचे हैं, जबकि पिछले साल इनकी संख्या अधिक थी। ट्रेवल्स कारोबारियों की बुकिंग में भी कमी आई है। पिछले साल की अपेक्षा तीस फीसदी बुकिंग कम हुई है।
इस बार स्थानीय लोगों की चारधाम यात्रा के लिए अंतिम दिनों के लिए बुकिंग अधिक है। आपको बता दें कि गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को बंद होंगे। केदारनाथ और यमुनोत्री धामों के कपाट 3 नवंबर जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद होंगे।
खाली हैं होटल और धर्मशाला
हरिद्वार में इन दिनों होटल और धर्मशाला खाली पड़ी हैं। होटल कारोबारी हेमंत कुमार का कहना है कि पिछले कई दिनों से बुकिंग नहीं मिली है, जबकि पिछले साल अच्छा कारोबार था। ं हरकी पैड़ी पर गंगा जल भी सीमित पहुंच रहा है।
कारोबारी बोले, कम मिल रही है इस साल बुकिंग
हरिद्वार ट्रेवल्स एसोसिएशन के महामंत्री सुमित श्रीकुंज ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा कम बुकिंग हरिद्वार में मिली है, इसका कारण यह है कि दक्षिण से लोग कम पहुंचे है। करीब तीस फीसदी बुकिंग कम है, इसके अलावा नवंबर में बदरीनाथ जाने के लिए स्थानीय लोगों ने बुकिंग कराई है। मालूम हो कि 17 नवंबर को भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
दिनांक 2024 2023
18 150 603
(नोट- तारीख अक्तूबर माह की)
पंचकेदार की डिमांड
इस बार पंचकेदार जाने के लिए अधिक बुकिंग हो रही और साथ ही पूछताछ भी हो रही है। कारोबारी राकेश शर्मा ने बताया कि पंचकेदार के लगातार टूर मिल रहे है, जबकि चारधाम के अलावा अन्य बुकिंग मिल रही है।