Uttarakhand
लग्जरी कारों की 13 महीने तक वेटिंग, धनतेरस-दीपावली की बुकिंग से हुई फुल

कुमाऊं में महंगी और लग्जरी कारों का शौक रखने वालों को अपने सपने पूरा करने के लिए लंबा इंतजार करना होगा। क्योंकि लग्जरी कारों के लिए हल्द्वानी में विभिन्न कंपनी के शोरूमों में 13 महीने तक की वेटिंग चल रही है।
दरअसल, पहाड़ के अलावा कुमाऊं के अधिकतर लोग हल्द्वानी से ही गाड़ियां खरीदते हैं। तेजी से मांग बढ़ने के कारण लोगों का इंतजार भी बढ़ गया है। धनतेरस और दीपावली की बुकिंग अभी से फुल हो चुकी है।
कुमाऊं में इस समय टोयोटा, हुंडई, जीप, रेनॉल्ट, मारुति और टाटा की महंगी और लग्जरी कारों के लिए अधिकतम 13 महीने तक की वेटिंग चल रही है। हल्द्वानी में टोयोटा के प्रबंधक चारू भट्ट ने बताया कि इनोवा और फॉर्च्यूनर गाड़ियों की डिमांड बढ़ गई है।
इस कारण वेटिंग 12 से 13 महीने तक पहुंच गई है। इन वाहनों की कीमत 23 से 37 लाख तक है। इसके अलावा हल्द्वानी में होंडा, किया, रेनॉल्ट और जीप की महंगी कारों की मांग भी काफी बढ़ गई है।
जीप शोरूम के मालिक विक्रम सिंह ने बताया कि कारों की भी बुकिंग तेजी से हो रही है। मारुति शोरूम के मालिक भूपेश अग्रवाल, पाल निसान के सतीश पांडेय और कीया शोरूम के मालिक गौरव सिंह ने बताया कि गाड़ियों के लिए लंबी वेटिंग चल रही है।
लग्जरी कारों की हर दो महीने में 20 से अधिक बुकिंग आ रही है। उन्होंने बताया कि गाड़ी खरीदने पहुंच रहे अधिकतर ग्राहक ओपन रूफ की मांग कर रहे हैं।
प्रमुख शोरूम की स्थिति
हल्द्वानी के प्रमुख टोयोटा शोरूम के प्रबंधक चारू भट्ट के अनुसार, इनोवा और फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों की डिमांड काफी बढ़ गई है। वर्तमान में इन गाड़ियों के लिए वेटिंग पीरियड 12 से 13 महीने का हो चुका है, इनकी कीमत 23 से 37 लाख रुपये तक है।
मारुति की गाड़ियों पर लंबी वेटिंग
मारुति शोरूम के मालिक भूपेश अग्रवाल के अनुसार, गाड़ियों के लिए इस समय लंबी वेटिंग चल रही है। त्योहारों के सीजन में ओपन रूफ और बड़ी कारों की मांग में इजाफा हुआ है। हर दो महीने में शोरूम पर 20 से अधिक बुकिंग्स हो रही हैं।
लग्जरी कार के साथ सुरक्षा मानकों पर ध्यान
कार के शौकीन लोग अच्छा स्पेस, आरामदायक सीटें और बेहतर माइलेज के साथ ही सुरक्षा मानकों पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। अधिकतर एसयूवी और एमपीवी जैसे मॉडल्स पसंद किए जा रहे हैं। ग्राहक लंबी दूरी की यात्राओं के लिए आरामदायक इंटीरियर और मजबूत परफॉर्मेंस की मांग कर रहे हैं। माइलेज और बेहतर सेफ्टी फीचर्स (जैसे एबीएस, एयरबैग्स) और बड़ी बूट स्पेस की मांग के चलते इन कारों की मांग बढ़ी है।