Uttarakhand

रामनगर क्षेत्र में बाघ का हमला , मजदूर गंभीर रूप से घायल….

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रामनगर, नैनीताल : उत्तराखंड के रामनगर वन प्रभाग में एक बार फिर बाघ का आतंक देखने को मिला। करेलपुरी गांव के पास बदेशा स्टोन क्रशर में काम करने वाले मजदूर यशपाल सिंह (45 वर्ष) पर सुबह के समय टाइगर ने अचानक हमला कर दिया।
यह घटना तराई पश्चिमी हल्दूआ आमपानी क्षेत्र में हुई, जब यशपाल रोज की तरह काम खत्म कर पैदल घर लौट रहे थे। घात लगाए बैठे बाघ ने झाड़ियों से निकलकर यशपाल पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।

मजदूर पर हमला कर जंगल की ओर भागा बाघ

हमले के बाद मजदूर की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे। शोर सुनकर बाघ जंगल की ओर भाग निकला।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल यशपाल सिंह को रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, यशपाल की पीठ पर गहरे घाव हैं, जो बाघ के पंजों और दांतों से हुए प्रतीत होते हैं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और इलाज जारी है।

यशपाल सिंह की आपबीती: “चीखने पर बाघ डर गया”

अस्पताल में भर्ती यशपाल सिंह ने बताया, “मैं जैसे ही काम से लौट रहा था, तभी अचानक पीछे से बाघ ने मुझ पर हमला कर दिया। मैंने पूरी ताकत से चिल्लाना शुरू कर दिया, जिससे बाघ घबरा कर भाग गया।”

गांव में दहशत, वन विभाग ने बढ़ाई गश्त

इस हमले के बाद करेलपुरी गांव समेत पूरे क्षेत्र में खौफ का माहौल है। पहले भी तराई पश्चिमी वन प्रभाग में वन्यजीवों की आवाजाही देखी गई है, लेकिन इस तरह का सीधा हमला लंबे समय बाद हुआ है।
वन दरोगा मोहन सिंह बिष्ट ने जानकारी दी कि हमला करने वाला जानवर बाघ या गुलदार हो सकता है। इसकी पुष्टि के लिए क्षेत्र में कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं और गश्त बढ़ा दी गई है।

वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क

वन विभाग ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अकेले जंगल के पास न जाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग को दें। अधिकारी क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षा उपाय भी तेज कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

 

 

 




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