Uttarakhand
मुश्किलों से भरा है उत्तराखंड में सफर, गड्डा मुक्त सड़कों में उत्तरकाशी टॉप तो गोपेश्वर बुरी तरह पिछड़ा
उत्तराखंड में सड़कों को गड्डा मुक्त करने की डेडलाइन मंगलवार को समाप्त हो रही है, लेकिन अभी तक 75 फीसदी सड़कें ही गड्डा मुक्त हो पाई हैं। जबकि 25 फीसदी सड़कों को ठीक करने का काम बाकी है।
सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में उत्तरकाशी जिले की डिवीजनें अव्वल रहीं, वहीं गोपेश्वर पिछड़ गया। विभाग के कई डिवीजन ऐसे हैं जहां पर सड़कों को ठीक करने का काम शत प्रतिशत पूरा हो चुका है।
जबकि कुछ ऐसे भी हैं जहां पर अभी तक पचास फीसदी भी काम पूरा नहीं हो पाया है। लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 12 डिवीजनों में सड़कों को गड्डा मुक्त करने का काम पूरा हो चुका है।
जिसमें हरिद्वार, चंबा, नरेंद्र नगर, पौड़ी, श्रीनगर, उत्तरकाशी की भटवाड़ी, चिन्यालीसौड़, पुरोला के अलावा देहरादून, चकराता, हरिद्वार और रुड़की के डिवीजन शामिल हैं। इसके अलावा गोपेश्वर में अभी तक 20 प्रतिशत, एनएच श्रीनगर में 43 प्रतिशत, एनएच रुद्रप्रयाग 25 प्रतिशत और एनएच हल्द्वानी में 40 फीसदी ही काम हो पाया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों को 15 अक्तूबर तक राज्य की सड़कों को गड्डा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब विभाग तेजी से इस काम में जुटा हुआ है। लोनिवि के एचओडी डीके यादव ने बताया कि सड़कों को गड्डा मुक्त करने का काम 75 फीसदी तक पूरा हो गया है। जो काम शेष रह गया है उसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।