Uttarakhand
बैंक की लापरवाही पर डीएम सविन बंसल सख्त, विधवा महिला को न्याय, बैंक की संपत्ति कुर्क
पति की मृत्यु उपरांत ऋण का बीमा होने के बावजूद 02 नौनिहालों की विधवा माता माला को प्रताड़ित करने वाला बैंक केनफिन होम लि0 की प्रशासन ने सम्पति कराईं कुर्क,
असहाय, व्यथित विधवा माला संग ऋण धोखाधड़ी मानसिक उत्पीड़न पर; केनफिन होम लि0 की शाखा हुई सील
माननीय सीएम के संकल्प अनुसार निर्बल जन के अधिकारों, हित, हक हकुक संरक्षण के लिए किसी भी हद तक जाएगा जिला प्रशासन
बैंक ऋण बीमा धोखाधड़ी करने वाले बैंको को पर जिला प्रशासन का प्रहार जारी
ऋण का बीमा कराने के बाद पति की आकस्मिक मृत्यु के उपरांत अमानवीय चेहरे उभर रहे दोषी बैंकों के
मृत्यु के उपरान्त निर्बल आश्रितों की फजीहत करा रहे बैंको पर डीएम के फर्राटेदार एक्शन जारी;
विधवा माला को प्रताड़ित करने पर केनफिन होम लि0 के प्रबन्धक की 22 लाख की कटी आरसी।
डीएम से मुलाकात के ही दिन तय हो गई थी बैंक की नियतिः
असहाय निर्बल के शोषण पर प्रचंड रूप में जिला प्रशासनः जनमानस को गुमराह-परेशान करने वालों पर सख्त फैसलों से नकेल
मुख्यमंत्री की कार्यशैली से प्रेरित जिला प्रशासन के नित नए कड़े व बड़े फैसलों की ऋृंखला जारी
क्या है पूरा मामला?
देहरादून के चुक्खुवाला निवासी माला देवी, जो दो छोटे बच्चों की मां हैं, उन्होंने डीएम कार्यालय में गुहार लगाई थी कि उनके पति स्व. उदय शंकर ने मकान खरीदने के लिए कैनफिन होम्स लिमिटेड से ₹20 लाख का ऋण लिया था। ऋण का बीमा भी करवाया गया था, और अब तक ₹12.22 लाख की किश्तें जमा की जा चुकी थीं।
लेकिन 20 जनवरी 2025 को पति की मृत्यु हो जाने के बाद भी बीमा कंपनी और बैंक ने कोई राहत नहीं दी, उल्टा महिला को बार-बार नोटिस भेजकर परेशान किया गया। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होने लगी।
डीएम की सख्ती का असर
माला देवी की शिकायत पर डीएम सविन बंसल ने तुरंत संज्ञान लिया और बैंक की लापरवाही को गंभीरता से लिया। उन्होंने बैंक के जीएमएस रोड स्थित प्रबंधक के खिलाफ 22 लाख की RC काटते हुए जवाबदेही तय की।
अब, अगला बड़ा कदम उठाते हुए जिला प्रशासन ने बैंक की संपत्ति कुर्क कर दी है और 23 अगस्त को सार्वजनिक नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह कार्रवाई प्रशासन की जनहित में त्वरित न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित करने की नीति का हिस्सा है।
प्रशासन के रडार पर लापरवाह संस्थाएं
डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन लगातार ऐसे मामलों में कड़े फैसले ले रहा है, जिससे जनमानस को उनका हक मिल सके। साथ ही, अनावश्यक रूप से लोगों को परेशान करने वाली संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
प्रशासन की इस सख्ती से ऐसे मामलों में लिप्त बैंकों और कंपनियों में खौफ फैल गया है, लेकिन इसके बावजूद कुछ नए मामले सामने आ रहे हैं, जिन पर प्रशासन नजर बनाए हुए है।