Uttarakhand
पेपर लीक मामले की जांच पड़ताल करने नई टिहरी पहुंची एसआईटी टीम l
नई टिहरी: UKSSSC (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) पेपर लीक मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) सोमवार को टिहरी जिला मुख्यालय स्थित सभागार पहुंची। एसआईटी की टीम ने यहां मामले से जुड़े अभ्यर्थियों और संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए। हालांकि जांच टीम के सामने बयान देने के लिए केवल दो युवक ही पेश हुए।
जांच के दौरान अभ्यर्थी विकास बिजलवान ने एसआईटी के समक्ष अपने अनुभव साझा किए और पेपर लीक मामले को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि शुरू में उन्हें परीक्षा प्रक्रिया पर पूरा विश्वास था, लेकिन जब सोशल मीडिया पर ऑडियो और वीडियो वायरल हुए, जिनमें कथित रूप से पेपर लीक की बात कही जा रही थी — “हम अंदर सब ठीक कर देंगे” जैसे कथनों ने उन्हें आहत किया।
विकास ने कहा कि इस तरह की घटनाएं मेहनती छात्रों का मनोबल तोड़ती हैं और राज्य की चयन प्रक्रिया की साख पर सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने एसआईटी को परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए कुछ सुझाव भी दिए।
एसआईटी की टीम ने युवकों के बयान दर्ज करने के बाद उन्हें आश्वस्त किया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि UKSSSC की विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं सामने आने के बाद सरकार ने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी थी। लगातार हो रही पूछताछ और छानबीन से यह स्पष्ट है कि जांच एजेंसियां इस गंभीर मामले को सुलझाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
पृष्ठभूमि में उठते सवाल:
अभ्यर्थियों की ओर से उठाए जा रहे सवाल यह संकेत देते हैं कि पेपर लीक जैसी घटनाएं न सिर्फ छात्रों का भविष्य खतरे में डालती हैं, बल्कि सरकारी भर्तियों की पूरी प्रक्रिया पर भी जनता का भरोसा डगमगा देती हैं। अब देखना होगा कि एसआईटी की जांच किन निष्कर्षों तक पहुंचती है और इस घोटाले में कौन-कौन चेहरे सामने आते हैं।