देहरादून: उत्तराखंड के चर्चित पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। मामले के मास्टरमाइंड खालिद को प्रश्न पत्र हल कर भेजने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन पर आखिरकार कार्रवाई की गई है। सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा, नई टिहरी में तैनात इतिहास विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सुमन ने खालिद को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए गए समय में हल करके वापस भेजे थे। इस सहयोग के आधार पर ही पेपर लीक गैंग ने अभ्यर्थियों को प्रश्नों के जवाब समय से पहले उपलब्ध कराए।
निलंबन का आदेश जारी करते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया कि सुमन की भूमिका बेहद गंभीर और आपराधिक श्रेणी में आती है…इसलिए विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत यह कदम उठाया गया है।
इस कार्रवाई को पेपर लीक प्रकरण में अब तक की बड़ी प्रशासनिक सख्ती माना जा रहा है। जांच एजेंसियां अब सुमन से पूछताछ कर पेपर सॉल्व करने और खालिद से उसके संपर्कों की कड़ी विस्तार से खंगाल रही हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में पेपर लीक मामले की जांच को लेकर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है…और नकल विरोधी कानून के तहत अब तक कई गिरफ्तारियां और निलंबन की कार्रवाइयां हो चुकी हैं। मामले से जुड़े सभी दोषियों पर कठोर कार्रवाई तय मानी जा रही है।