Uttarakhand
पहले घर-घर जाते थे अब घर से हो रहा प्रचार, लोकसभा चुनाव में बदला ट्रेंड
70 से 90 के दशक तक अधिकतर गांव सड़क सेवा से महरूम थे। साथ ही संचार सुविधा भी शून्य थी। चुनाव तिथि घोषित होने के बाद कार्यकर्ता अपने नेता के साथ गांव-गांव प्रचार में जाते थे। प्रचार का ट्रेंड बदला है।
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