Uttarakhand
नैनीताल के इस गांव में ब्लास्टिंग से डरे लोग, घर-आंगन और खेतों में पड़ी दरारें
ब्लास्टिंग के चलते आंगन और खेतों में दरारें दिखने पर प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई की। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि राजस्व गांव में मकानों में दरार आने की सूचना पर उप जिलाधिकारी नवाजिश खालिक की अगुवाई में जांच टीम गठित की गई थी। बुधवार को टीम ने खतीखान तोक के प्रभावित मकानों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान भू-वैज्ञानिकों ने गहन अध्ययन कर बताया कि मकानों की दरारों के मापन के लिए शीघ्र ही भूकंप मापी यंत्र (सिस्मोग्राफ) लगाना आवश्यक होगा। समिति ने शुक्रवार तक सिस्मोग्राफ स्थापित करने का निर्णय लिया है। तब तक क्षेत्र में किसी भी प्रकार की ब्लास्टिंग पर रोक लगा दी गई है।
परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिए गए हैं कि सिस्मोग्राफ स्थापित होने तक ब्लास्टिंग न की जाए। साथ ही, टीम ने गांव में सुरक्षा दीवार के निर्माण की आवश्यकता जताई और इसके लिए भी निर्देश जारी किए।
गौरतलब है कि बांध निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से मकानों में दरारें आने लगी थीं, जो अब लगातार चौड़ी हो रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि टनल निर्माण और सड़क कटिंग के दौरान की जा रही ब्लास्टिंग के कारण मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। ग्रामीण भुवन पडलिया ने बताया कि ब्लास्टिंग के चलते लोगों के घरों में दरारें आई हैं और प्रशासन से प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है।