ग्रामीणों ने इस घटना को लेकर लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका आरोप है कि इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य को एक अनुभवहीन ठेकेदार को सौंपा गया…जिसके चलते निर्माण में भारी लापरवाही और गुणवत्ता की अनदेखी की गई। वहीं ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विभाग ने फिलहाल निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।