Uttarakhand
नवोदय विद्यालय समिति की परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस के साथ 17 अभ्यर्थी पकड़े गए
देहरादून : देहरादून में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित नवोदय विद्यालय समिति (NVS) और लैब अटेंडेंट की परीक्षा के दौरान दो अलग-अलग परीक्षा केंद्रों से 17 अभ्यर्थी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़े गए हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि इन अभ्यर्थियों के पास से जूते और अन्य स्थानों में छुपाई गई ब्लूटूथ डिवाइस बरामद की गई हैं। फिलहाल, सभी आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पटेल नगर और डालनवाला थाना क्षेत्रों में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 18 मई को आयोजित इस परीक्षा के दौरान पटेल नगर क्षेत्र स्थित एक प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूल में परीक्षा चल रही थी। स्कूल के प्रधानाचार्य पंकज नौटियाल ने पुलिस को सूचित किया कि पहली पाली में आयोजित NVS/JSA परीक्षा के दौरान एक परीक्षार्थी के जूते में छुपाई गई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पकड़ी गई।
इसके बाद जब दूसरी पाली में लैब अटेंडेंट परीक्षा शुरू हुई, तो सात अन्य अभ्यर्थियों को भी संदिग्ध उपकरणों के साथ पकड़ा गया। सभी ने नकल की मंशा से ये डिवाइस परीक्षा केंद्र में लाए थे।
प्रधानाचार्य की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दो मुकदमे पटेल नगर थाना में दर्ज किए हैं। पुलिस ने कुल 8 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा बाकी 9 अभ्यर्थियों को डालनवाला क्षेत्र से पकड़ा गया, जिनके खिलाफ अलग केस फाइल किया गया है।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इन अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस किसने और कैसे उपलब्ध कराई। पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए छानबीन की जा रही है। गिरफ्तार अभ्यर्थियों के खिलाफ उत्तराखंड नकल विरोधी कानून और केंद्र सरकार द्वारा लागू सख्त परीक्षा कानूनों के तहत कार्रवाई की जा रही है। इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर कड़ी सजा, जुर्माना और परीक्षा से प्रतिबंध जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।