Uttarakhand
दूसरे चरण में हेली सेवाएं हुई शुरू, सुरक्षा मानकों पर सख्ती l
देहरादून: उत्तराखंड में चल रही 2025 की चारधाम यात्रा अब दूसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है। यात्रा के इस अहम पड़ाव पर हेली कंपनियों ने पुनः उड़ान भरनी शुरू कर दी है। बीते रोज ही केदारनाथ धाम में 74 शटल सेवाएं और 26 चार्टर उड़ानें संचालित हुईं। वहीं आज भी मौसम की स्थिति को देखते हुए हेली सेवाओं का संचालन जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और हेली संचालन में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस विषय में भारत सरकार के सिविल एविएशन विभाग से भी चर्चा की गई है और उसके बाद मानकों में ज़रूरी बदलाव किए गए हैं। हवाई संचालन की सुरक्षा को देखते हुए सिरसी और सहस्रधारा में एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) की भी स्थापना की गई है।
यूकाडा (Uttarakhand Civil Aviation Development Authority) के सीईओ ने कहा कि मानकों के विपरीत किसी भी हेली कंपनी को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मौसम के मिज़ाज को ध्यान में रखते हुए ही उड़ान संचालन की अनुमति दी जाती है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।
गौरतलब है कि 2025 की चारधाम यात्रा के दौरान कई बार हेलीकॉप्टर हादसों ने यात्रा को झकझोर दिया था, जिनमें कई श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई थी। इसके बाद राज्य सरकार ने सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए नई एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) जारी की है। प्रशासन और हेली कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा की संवेदनशील परिस्थितियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चारधाम यात्रा के इस चरण में प्रशासन और सरकार की कड़ी निगरानी से यात्रियों में भरोसा भी बढ़ा है। हेली सेवाओं के सुरक्षित संचालन से श्रद्धालुओं को सुविधा तो मिल ही रही है, साथ ही सरकार का सुरक्षा पर फोकस भी साफ झलक रहा है।