Uttarakhand
ततैयों के हमले में 2 की मौत, बेटे को बचाने के लिए उस पर लेट गया पिता पर नहीं बची दोनों की जान

उत्तराखंड के टिहरी जिले में ततैयों के हमले में दो लोगों की मौत हो गई। बताया जाता है कि बेटे को बचाने के लिए पिता उसके ऊपर लेट गया और उसको कवर करने की कोशिश की, लेकिन दोनों मारे गए।
उत्तराखंड के टिहरी जिले के जौनपुर क्षेत्र में जर्मन ततैयों (वेस्पुला जर्मेनिका) के हमले में दो लोगों की मौत हो गई। बताया जाता है कि जंगल में पशुओं को चराने गए एक शख्स और उसके बेटे पर अचानक ततैयों ने हमला बोल दिया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि बेटे को बचाने के लिए पिता उसके ऊपर लेट गया और उसको कवर करने की कोशिश की, लेकिन दोनों को ही नहीं बचाया जा सका।
पुलिस ने बताया कि यह घटना तुनेटा गांव के रहने वाले सुंदर लाल (47) और उसके पुत्र अभिषेक (आठ) के साथ रविवार को हुई जब वे जंगल में अपनी गायें और बकरी चराने गए थे। इसी दौरान, ततैयों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। सुंदर लाल ततैयों से अपने पुत्र को बचाने के लिए उसके ऊपर ही लेट गए लेकिन इसके बावजूद ततैयों ने डंक मार कर दोनों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
तुनेटा के ग्राम प्रधान गोविंद सिंह ने बताया कि जंगल में गए अन्य ग्रामीणों से घटना की सूचना मिलने पर लोग उन्हें उपचार के लिए मसूरी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने रविवार शाम को अभिषेक को इलाज के बाद घर भेज दिया जबकि सुंदर लाल को अस्पताल में ही भर्ती रखा। रविवार देर रात अभिषेक की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई और उसने दम तोड़ दिया।
वहीं अस्पताल में भर्ती सुंदर लाल की भी सोमवार सुबह करीब आठ बजे मौत हो गई। ग्राम प्रधान ने बताया कि सुंदर लाल मजदूरी और पशुपालन से परिवार का भरण-पोषण करता था और अब उसकी मौत से परिवार बेसहारा हो गया है।
मसूरी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. केएस चौहान ने बताया कि ततैयों के काटने से बुरी तरह से घायल दोनों को उचित इलाज दिया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मसूरी वन प्रभाग के जौनपुर रेंज के रेंज अधिकारी लाखीराम आर्य ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम को गांव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि तय मानकों के अनुसार मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।