Uttarakhand
ज्वेलर्स का परिवार अस्पताल में भर्तीI

भरोसे की चाय, जो जहर बन गई
परिवार के लोगों ने हमेशा उसे बेटी जैसा माना, लेकिन शायद वो सिर्फ एक मौका तलाश रही थी। सुबह के नाश्ते में मिलाया गया जहर शरीर में पहुंचते ही असर दिखाने लगा। उल्टी, चक्कर, बेहोशी… और फिर अस्पताल।
चारों सदस्यों को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर करना पड़ा। डॉक्टरों के मुताबिक मामला गंभीर ज़हरखुरानी का है और वक्त पर इलाज न होता, तो जान बचाना मुश्किल हो सकता था।
कैसे कर सकती है कोई ऐसा? – पड़ोसी भी सदमे में
घटना के बाद मोहल्ले में सन्नाटा है। पड़ोसी कह रहे हैं कि वह महिला अक्सर हंसती-बोलती थी और परिवार का हिस्सा जैसी लगती थी। किसी को अंदाजा नहीं था कि उसके इरादे इतने खतरनाक हो सकते हैं।
एक महिला पड़ोसी कहती हैं उसने कभी कोई शक की वजह नहीं दी बच्चे भी उसे दीदी कहते थे। आज वही अस्पताल में हैं और वो फरार।
पुलिस अलर्ट पर, व्यापारी समुदाय में डर का माहौल
जैसे ही घटना की खबर फैली, पूरे शहर में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी पंकज गैरोला खुद अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवार से जानकारी ली। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के ज़रिए नौकरानी की पहचान कर ली है और टीमें उसकी तलाश में जुट चुकी हैं।
पुलिस ने शहर के अन्य व्यापारियों और ज्वेलर्स को सतर्क रहने की सलाह दी है। घरों में काम करने वाले कर्मचारियों की जांच और पृष्ठभूमि सत्यापन पर भी जोर दिया गया है।
कहानी एक परिवार की नहीं, हम सबकी है
इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि भरोसा आखिर किस पर किया जाए? जो लोग रोज़ आपके साथ चाय पीते हैं, क्या वही ज़िंदगी से खेल सकते हैं?