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चेन स्मोकर्स हो जाए सावधान, हर सिगरेट से आपकी जिंदगी के इतने मिनट हो रहे कम, नई स्टडी में हुआ खुलासा।

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देहरादून – सिगरेट से होने वाले नुकसान पर अक्सर चर्चाएं होती रहती हैं, लेकिन अब इस पर गंभीर अध्ययन भी सामने आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के शोधकर्ताओं ने 2025 तक चेन स्मोकर्स से यह आदत छोड़ने की अपील की है। उनकी ताज़ा रिसर्च में यह सामने आया है कि एक सिगरेट पीने से एक व्यक्ति की जिंदगी के 20 मिनट कम हो जाते हैं। इसका मतलब यह है कि 20 सिगरेट का एक पैकेट एक व्यक्ति के जीवन को लगभग सात घंटे तक घटा सकता है।

क्या कहती है रिसर्च?
विश्लेषण के अनुसार, अगर कोई धूम्रपान करने वाला व्यक्ति रोजाना 10 सिगरेट पीता है, तो वह 8 जनवरी तक जीवन के एक पूरे दिन को खो सकता है। अगर वह 5 फरवरी तक धूम्रपान छोड़ देता है, तो वह अपने जीवन की प्रत्याशा को एक सप्ताह तक बढ़ा सकता है। वहीं, 5 अगस्त तक धूम्रपान छोड़ने पर, वह अपना जीवन एक महीने तक बढ़ा सकता है।

क्या होगा अगर सिगरेट न पी जाए?
अगर धूम्रपान नहीं किया जाता, तो साल के अंत तक व्यक्ति 50 दिन का जीवन बचा सकता है। UCL की प्रमुख शोध साथी डॉ. सारा जैक्सन के अनुसार, लोग जानते हैं कि धूम्रपान हानिकारक है, लेकिन यह अक्सर कम आंकते हैं। औसतन, जो लोग धूम्रपान नहीं छोड़ते, वे अपनी जिंदगी का लगभग एक दशक खो देते हैं, जो कि बहुत कीमती समय है।

धूम्रपान का विश्वव्यापी प्रभाव
धूम्रपान दुनिया में बीमारी और मृत्यु के प्रमुख रोकथाम योग्य कारणों में से एक है, जो लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले दो-तिहाई लोगों की जान ले लेता है। यू.के. में लगभग 80,000 मौतों का कारण और इंग्लैंड में कैंसर से होने वाली सभी मौतों का एक चौथाई हिस्सा धूम्रपान से है।

ब्रिटिश डॉक्टर्स स्टडी का खुलासा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कमीशन किए गए इस अध्ययन में ब्रिटिश डॉक्टर्स स्टडी के नवीनतम डेटा का उपयोग किया गया, जो 1951 से धूम्रपान के प्रभावों पर दुनिया के पहले बड़े अध्ययनों में से एक है।

जर्नल ऑफ़ एडिक्शन में प्रकाशित रिपोर्ट
जर्नल ऑफ़ एडिक्शन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले के एक आकलन में पाया गया था कि एक सिगरेट से जीवन प्रत्याशा लगभग 11 मिनट कम हो जाती थी, जबकि अब यह आंकड़ा बढ़कर 20 मिनट हो गया है – पुरुषों के लिए 17 मिनट और महिलाओं के लिए 22 मिनट।

स्वास्थ्य पर असर
डॉ. सारा जैक्सन ने कहा कि धूम्रपान से न सिर्फ जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बल्कि यह मध्य जीवन के स्वस्थ वर्षों को भी नुकसान पहुंचाता है। उदाहरण के लिए, 60 साल का धूम्रपान करने वाला व्यक्ति आमतौर पर 70 साल के गैर-धूम्रपान करने वाले के स्वास्थ्य की स्थिति में होता है।

Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी कदम को उठाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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