देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का सर्वोच्च लक्ष्य उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि देवभूमि उत्तराखंड आने वाला हर तीर्थ यात्री चारों धामों के दर्शन कर सके।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि वे कल तीसरी बार चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा हेतु प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा के शुरुआती दिनों में चुनौतियां अधिक होती हैं, इसलिए परिवहन और पुलिस विभाग सहित सभी संबंधित विभागों को विशेष तैयारियों के निर्देश दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर में उत्तराखण्ड सेवा समिति द्वारा आयोजित “संगीतमय सुंदरकांड पाठ” में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और सतत प्रयासों से केदारनाथ का भव्य पुनर्निर्माण हुआ है।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्ष केदार घाटी में आई आपदा के दौरान लगभग 29 स्थानों पर सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए थे, लेकिन सरकार की सतर्कता और त्वरित प्रयासों से सभी श्रद्धालुओं का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। युद्धस्तर पर काम करते हुए सरकार ने 35 दिनों के भीतर यात्रा को पुनः प्रारंभ कर दिया। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार के इन प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए अब तक 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं। यात्रा 2024 के समापन के बाद से ही 2025 के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से इस वर्ष से शीतकालीन चारधाम यात्रा की भी शुरुआत की गई है, जिससे अब उत्तराखंड में वर्षभर चारधाम यात्रा संचालित होगी। यह पहल राज्य की संस्कृति, पर्यटन और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी।