केदारनाथ धाम में गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने के मामले को लेकर प्रदेश में एक बार फिर से घमासान मच गया है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर जल्द ही बड़ा खुलासा करने की बात कही है। जिसके बाद से एक बार फिर से ये मुद्दा चर्चाओं में आ गया है।
केदारनाथ मंदिर के सोने को लेकर फिर घमासान
केदारनाथ धाम में गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने को लेकर पिछले साल जमकर सियासत हुई थी। जहां एक ओर कांग्रेस ने सोना चोरी होने के आरोप लगाए थे। तो वहीं बीजेपी सरकार ने इन्हें सिरे से नकार दिया था। मामले के तूल पकड़ते ही इस मामले में जांच के निर्देश दिए गए थे। अब वो जांच पूरी हो चुकी है और गढ़वाल आयुक्त ने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है। लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है।
गणेश गोदियाल ने जांच रिपोर्ट को लेकर उठाए सवाल
गणेश गोदियाल ने जांच रिपोर्ट को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि केदारनाथ मंदिर के सोने को लेकर उन्होंने सवाल खड़े किए थे, लेकिन गढ़वाल आयुक्त की जांच में उन्हें शामिल नहीं किया गया। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि ये जांच सिर्फ सरकार की बचाने के लिए की गई।
कांग्रेस समय आने पर करेगी बड़ा खुलासा
गणेश गोदियाल ने ना सिर्फ रिपोर्ट को लेकर सवाल उठाए हैं बल्कि उन्होंने कहा है कि समय आने पर कांग्रेस इस मामले में बड़ा खुलासा करेगी। इसके साथ ही इसमें शामिल लोगों को भी बेनकाब किया जाएगा। गणेश गोदियाल के बायन पर बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय का बयान भी सामने आया है। उनका कहनै है कि विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों में मैंने खुद सरकार से इस मामले की जांच कराने का आग्रह किया था। जिसके बाद सरकार ने ये जांच गढ़व़ाल आयुक्त को सौंपी।
केदारनाथ की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे गोदियाल
अजेंद्र अजय का कहना है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने में बीकेटीसी कोई भूमिका नहीं है। एक दानदाता ने शासन को पत्र लिख कर गर्भग्रह को स्वर्ण मंडित करने का आग्रह किया था। एएसआई की रिपोर्ट के बाद सरकार ने इसकी अनुमति दी। लेकिन कांग्रेस नेता गोदियाल आरोप लगा कर भाग गए। अगर उनके पास कोई तथ्य होता तो सक्षम अथाॅरिटी के सामने शिकायत करते या न्यायालय में जाते। उन्होंने कहा कि गोदियाल सिर्फ और सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए केदारनाथ धाम की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।