Uttarakhand

केदारनाथ तीर्थपुरोहितों और हक-हकूकधारियों का प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद ख़त्म हुआ आन्दोलन।

Published

on

रुद्रप्रयाग/केदारनाथ – भूस्वामित्व और मास्टर प्लान के तहत केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों के तहत खड़े भवनों को नहीं छेड़ने सहित चार सूत्री मांगों को लेकर तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारियों का आंदोलन प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद खत्म हो गया है। प्रशासन ने आगामी 15 अक्तूबर तक भूस्वामित्व को लेकर शासनस्तर पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।

केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह और ऊखीमठ तहसील के तहसीलदार दिवान सिंह राणा ने दोनों अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। बुधवार को अपर मुख्य कार्याधिकारी और ऊखीमठ तहसील के तहसीलदार अनशनस्थल पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से वार्ता की। लगभग एक घंटे तक चली वार्ता में अधिकारियों ने आंदोलनकारियों को लिखित आश्वासन दिया कि भूमिधर से जुड़े मामले में नॉन जेडए से जेडए में प्रसार की कार्रवाई 15 अक्तूबर तक पूरी की जाएगी।

इस मौके पर केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, आचार्य संतोष त्रिवेदी, रमाकांत शर्मा, उमेश पोस्ती मौजूद थे। इधर, तहसीलदार दिवान सिंह राणा ने बताया कि केदारनाथ में अनुबंध के तहत पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version