Uttarakhand
केदारनाथ उपचुनाव में BJP ने मांगे नाम तो कांग्रेस की हैट्रिक जीत की क्या तैयारी? टिकट को इन नेताओं के बीच रेस
उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए तारीख का ऐलान होते ही प्रदेश की सियासत में सक्रियता बढ़ गई। खासकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने तेजी दिखाते हुए इस क्षेत्र में टिकट के दावेदारों को तौलना शुरू कर दिया है।
इसके लिए दोनों दलों ने पर्यवेक्षक तैनात करते हुए जिम्मेदारियां बांट दी हैं। भाजपा और कांग्रेस अब जल्द से जल्द प्रत्याशी तय कर इस सीट पर जीत के अपने दावों को हकीकत का जामा पहनाना चाहती हैं।
प्रत्याशी चयन प्रक्रिया ने पकड़ी रफ्तार
केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का ऐलान होने के साथ ही भाजपा में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज ने रफ्तार पकड़ ली है। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अपने पर्यवेक्षकों से पार्टी ने दावेदारों के नाम मांगे हैं। पर्यवेक्षकों से नाम मिलने के बाद स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड उन पर विचार करेगा और फिर पैनल बनाकर हाईकमान को भेजेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मंगलवार को दून स्थित पार्टी मुख्यालय में बताया कि केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया जारी है। जल्द स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक कर प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया जाएगा। पैनल के आधार पर सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड उम्मीदवार को लेकर अंतिम फैसला लेगा।
उधर, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को पार्टी का राष्ट्रीय सह चुनाव अधिकारी बनाया गया है। पार्टी में इस समय संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव अधिकारी-सह चुनाव अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं। इसमें नरेश बंसल को भी जिम्मेदारी दी गई है।
केदारनाथ परंपरागत सीट, हमारी जीत तय भट्ट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि केदारनाथ भाजपा की परंपरागत सीट है और वहां पार्टी की रिकार्ड मतों से जीत तय है। केदारनाथ उपचुनाव की तारीख का ऐलान होने पर खुशी जताते हुए मंगलवार को भट्ट ने कहा कि भाजपा इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा, हरियाणा विधानसभा चुनाव की तरह ही महाराष्ट्र और झारखंड में भी भाजपा का प्रदर्शन बेहतरीन रहेगा। जनता चुनावों में भ्रम और झूठ के कांग्रेसी गुब्बारे की हवा निकाल देगी। उन्होंने कहा, केदारनाथ में पार्टी लोकसभा चुनाव से ही बूथ एवं पन्ना स्तर पर सक्रिय है।
कैडर आधारित इकाई होने से पार्टी कार्यकर्ता हर समय जनता के बीच सक्रिय रहते हैं। पार्टी ने विधानसभा प्रभारी, सहप्रभारी समेत वहां के पांचों मंडल के प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है।
इन नेताओं के बीच रेस
पार्टी सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर पार्टी में आठ प्रमुख नेता दावेदारी कर रहे हैं। इसमें पूर्व विधायक आशा नौटियाल, कुलदीप रावत, कर्नल अजय कोठियाल, ऐश्वर्या रावत, चंडीप्रसाद भट्ट, कुलदीप नेगी, शकुंतला जगवाण और दिनेश बगवाड़ी के नाम प्रमुख हैं।
गोदियाल को मुख्य पर्यवेक्षक बनाया
देहरादून,मुख्य संवाददाता। केदारनाथ विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही कांग्रेस ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पार्टी में इस सीट के लिए अब तक आधा दर्जन से अधिक नेताओं के नाम चर्चा में हैं। कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन के लिए चार पर्यवेक्षक तय कर दिए हैं।
मुख्य पर्यवेक्षक के रूप में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पर्यवेक्षक के तौर पर उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी,विधायक वीरेंद्र जाती व लखपत बुटोला को जिम्मेदारी दी है। इनकी रिपोर्ट के बाद उपचुनाव के लिए प्रत्याशी का ऐलान कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड में बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनावों में जीत दर्ज करने के बाद से कांग्रेस खासी उत्साहित है। इसी उत्साह के साथ कांग्रेस केदारनाथ उपचुनाव में भी जीत दर्ज करने का दावा कर रही है।
कांग्रेस प्रत्याशी चयन को लेकर एक सर्वे करा चुकी है। उसका दूसरा सर्वे जारी है। इस बीच, मंगलवार को केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने पर्यवेक्षक तय कर जिम्मेदारी बांट दी।
केदारनाथ उपचुनाव में भी कांग्रेस ही जीतेगी
माहरा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मंगलवार को कहा कि केदारनाथ उपचुनाव कोलेकर पार्टी पूरी तरह तैयार है। हम सीधे आमजन से संपर्क बनाए हुए हैं। माहरा ने उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की राज्यविरोधी नीति के खिलाफ जनता कांग्रेस के पक्ष में लामबंद हो चुकी है।
बदरीनाथ और मंगलौर के बाद केदारनाथ चुनाव भी कांग्रेस बहुमत से जीतेगी। उधर, कांग्रेस की प्रवक्ता डॉ.प्रतिमा सिंह ने भी बयान जारी कर केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की हार का दावा किया।
सिंह ने कहा कि हार का खतरा मंडराता देख सरकार एक के बाद एक झूठी घोषणाएं कर रही है। केदारनाथ उपचुनाव में पूरी भाजपा की साख दांव पर लगी है। इसी साख बचाने को भाजपा ने पांच-पांच मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंप रखी है।
केदारनाथ सीट पर कांग्रेस में पूर्व विधायक मनोज रावत, जिलाध्यक्ष कुंवर सिंह सजवाण, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष शशि सेमवाल, अवतार सिंह रावत, प्रवीन बगवाड़ी, पुष्पा फर्स्वाण दावेदार बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम भी चर्चाओं में है।