Uttarakhand

केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का नाम लगभग फाइनल, पूर्व विधायक समेत इन नेताओं के बीच रेस

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केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की प्रत्याशी चयन को लेकर प्रक्रिया अंतिम दौर में है। देहरादून से मुख्य पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल के नेतृत्व में गया चार सदस्यीय पर्यवेक्षक दल कार्यकर्ताओं और जिले के पदाधिकारियों से राय शुमारी के बाद लौट आया है।

पर्यवेक्षक सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इधर, चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में दल-बदल की भी सुगबुगाहट है। केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होना है।

चुनाव आयोग की ओर से 29 अक्तूबर तक नामांकन की तिथि घोषित की गई है। इस बीच सत्ताधारी दल भाजपा प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर पार्टी हाईकमान को भेज चुका है, जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया एक तरह से अभी तक गतिमान है।

मुख्य पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल के नेतृत्व में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक वीरेंद्र जाति और लखपत बुटोला क्षेत्र में भ्रमण के बाद लौट आए हैं। सोमवार को बंद लिफाफे में पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपेंगे।

इन कांग्रेसियों ने की दावेदारी कांग्रेस से दावेदारी करने वालों में पूर्व विधायक मनोज रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, जिपंस कुलदीप कण्डारी, बीर सिंह बुडेरा, लक्ष्मण रावत, जिपंस विनोद राणा, आलोक बगवाड़ी, गणेश तिवारी, शशि सेमवाल, रीता पुष्पाण, शिशुपाल बिष्ट तथा अवतार सिंह नेगी शामिल रहे।

प्रत्याशी चयन के बाद बदल सकते हैं स्थानीय समीकरण

प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया के बीच भाजपा और कांग्रेस में अटकलों का दौर भी तेज हो गया है। दोनों दलों के टिकट के दावेदारों की नजर हाईकमान के फैसले पर लगी है। हाईकमान के फैसले के बाद सिसासी उलटफेर की आंशका भी जताई जा रही है।

प्रत्याशी की घोषणा होने से पहले ही जिस प्रकार कुछ नेता केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र से लेकर दिल्ली तक सक्रिय हैं, उससे दलबदल की आशंका को बल मिल रहा है। माना जा रहा है कि प्रत्याशी की घोषणा के बाद सियासी समीकरण भी बदल सकते हैं।



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