Uttarakhand
एक हफ्ते तक पोल्ट्री, अंडे और मांस के परिवहन पर रोक, सैंपलिंग व जागरूकता अभियान तेज”

Bird Flu Alert हरिद्वार: पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर में बर्ड फ्लू (H5N1 Avian Influenza Virus) के मामलों के सामने आने के बाद हरिद्वार प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए जिले में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आदेश जारी करते हुए अन्य जनपदों/राज्यों से हरिद्वार में कुक्कुट पक्षियों, अंडों और कुक्कुट मांस के परिवहन पर एक सप्ताह के लिए रोक लगाने का निर्णय लिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
डीएम मयूर दीक्षित ने स्पष्ट किया कि यह कदम पूरी तरह प्रिकॉशनरी बेसिस पर उठाया गया है, ताकि संक्रमण का खतरा जिले में न पहुंचे। उन्होंने कहा, “हमारे नेबरिंग स्टेट यूपी के रामपुर में बर्ड फ्लू का आउटब्रेक हुआ है, इस कारण हम जिले में सतर्क हैं। पिछले 3-4 दिनों से लगातार सैंपलिंग की जा रही है और अभी तक कोई गंभीर स्थिति सामने नहीं आई है।”
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की टीमें लगातार गांवों, पोल्ट्री फार्मों और परिवहन मार्गों का दौरा कर रही हैं। इन टीमों द्वारा न केवल सैंपलिंग की जा रही है, बल्कि कुक्कुट पालकों को जागरूक भी किया जा रहा है। पुलिस विभाग के साथ समन्वय कर चेकिंग प्वाइंट्स पर गाड़ियों की जांच हो रही है। बिना अनुमति या आदेश की अवहेलना करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जिन क्षेत्रों में कुक्कुट पालन होता है, वहां संबंधित थाना अध्यक्षों के साथ मीटिंग आयोजित की जाए, ताकि स्थानीय स्तर पर लोगों को आदेश की जानकारी दी जा सके। साथ ही, यदि किसी परिवहन वाहन में संदिग्ध सामग्री पाई जाती है, तो उसकी सैंपलिंग कर प्रयोगशाला परीक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।
जारी आदेश की प्रतियां सचिव, पशुपालन विभाग उत्तराखंड, मंडलायुक्त पौड़ी गढ़वाल, निदेशक पशुपालन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार, मुख्य विकास अधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग, मुख्य चिकित्साधिकारी व मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को भी भेजी गई हैं, ताकि सभी विभाग सतर्कता और समन्वय बनाए रखें।
डीएम मयूर दीक्षित ने अपील की है कि जिले के सभी कुक्कुट पालक, व्यापारी और नागरिक प्रशासन के साथ सहयोग करें और अफवाहों पर ध्यान न दें। उनका कहना है कि यह कदम जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और जैसे ही खतरे की स्थिति टल जाएगी, रोक हटा दी जाएगी।