Uttarakhand
ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का हुआ समापन , 38 विदेशी साधक हुए शामिल…..
ऋषिकेश : योग नगरी ऋषिकेश में आयोजित 1 से 7 मार्च तक चले अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन हुआ। इस खास मौके पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि “ऋषिकेश ना केवल चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार है, बल्कि यह विश्व योग और आध्यात्म की अंतरराष्ट्रीय राजधानी भी है।”
मंत्री ने आगे कहा कि “इस देवभूमि में ऋषि-मुनियों ने कठिन साधना कर स्वास्थ्य रक्षा के लिए योग और प्राणायाम के ऐसे सूत्र तलाशे हैं, जो मानव सभ्यता के लिए वरदान साबित हुए हैं।”
सतपाल महाराज ने इस अवसर पर देश-विदेश से आए सभी योग साधकों, योगाचार्यों, योग गुरुओं, कथावाचकों और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का भी धन्यवाद व्यक्त किया, जिन्होंने इस आयोजन की व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई।
मंत्री ने यह भी कहा कि “ऋषिकेश सदियों से योग की भूमि रही है और यह संतों, महात्माओं और साधकों की साधना भूमि रही है।” उन्होंने राज्य के योग को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के उद्देश्य से हर साल की तरह इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 1 मार्च से 7 मार्च तक गंगा जी के पवित्र तट पर आयोजित किया गया।
इस आयोजन में कुल 410 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 38 विदेशी साधक भी शामिल थे। सतपाल महाराज ने यह भी कहा कि “उत्तराखंड पावन गंगा के ही नहीं, बल्कि योग का भी उद्गम स्थल है। योग और गंगा भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक हैं।”