Uttarakhand
आसमान से जमकर बरस रहे मेघ फिर क्यों पेयजल संकट? बिजली कटौती ने भी लोगों को रुलाया
उत्तराखंड में आसमान से जमकर मेघ बरस रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। भारी बारिश के बाद बिजली कटौती से भी लोगों को काफी दिक्कतें हो रहीं हैं। चिंता की बात है कि पेयजल संकट की वजह से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं।
लोग पिछले तीन दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। पंपों से पानी लिफ्ट नहीं होने के कारण शनिवार को तीसरे दिन भी पानी की आपूर्ति ठप रही। पानी के लिए लोग प्राकृतिक जल स्त्रत्तेतों का सहारा लेने को मजबूर हैं।
अल्मोड़ा शहर समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले दिनों झमाझम बारिश हुई। बारिश के कारण नगर में पेयजल संकट गहरा गया है। शनिवार को मौसम ठीक हुआ, लेकिन नगर में पानी आपूर्ति नहीं हो सकी।
जल संस्थान के मुताबिक बारिश से कोसी नदी में सिल्ट आ गया था, इससे जल संस्थान के पंपों ने काम करना बंद कर दिया। रात भर कोसी ने पानी लिफ्ट नहीं हो सका। शनिवार को पानी लिफ्ट नहीं होने से शनिवार को भी नगर में पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई।
इन इलाकों में नहीं आया पानी नगर के इंद्रा कॉलोनी, रानीधारा, कचहरी बातार, राजपुरा, माल रोड, बिष्टाकूडा, लोअर मालरोड, खोल्टा, जाखनदेवी, एनटीडी, शैल, धारानौला, दुगालखोला, पहल, तलाड़, सेनार, करबला, लोधिया, बरसीमी, भनार, तल्ला दन्या, लक्ष्मेश्वर, त्यूनरा, पूर्वी पोखरखाली, एडम्स, साई बाबा आदि।
बारिश से कोसी नदी में सिल्ट आ गया था। इस कारण शुक्रवार रात पर पंपों से पानी लिफ्ट नहीं हो सका। इससे पेयजल आपूर्ति बाधित रही। शाम के समय खत्याड़ी में पानी आपूर्ति सुचारू कर दी गई थी।
रजत लोहिया, एई जल संस्थान अल्मोड़ा।
25 हजार आबादी की बिजली गुल
धौलादेवी ब्लॉक के 120 से अधिक गांवों में बीते तीन दिन से बिजली नहीं है। इससे क्षेत्र की करीब 25 हजार की आबादी परेशान है। लोगों के जरूरी काम ठप हैं साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शोपीस बन गए हैं। शनिवार को भी बिजली नहीं होने से लोगों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। कहा, कि अधिकारी फोन तक रिसीव नहीं कर रहे हैं।
पूरे ब्लॉक में तीन दिन से बिजली नहीं है। बताया जा रहा है कि जगह-जगह फॉल्ट आने और जंगलों में बिजली लाइन में तार गिरने से आपूर्ति बाधित हुई है। तीन दिन से बिजली नहीं होने से कारोबारियों का कामकाज ठप हो गया है।
लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष पूरन सिंह बिष्ट ने ने आरोप लगाया है कि 48 घंटे बीतने के बाद भी बिजली अपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई है। कहना है कि बिजली के संबंध में अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली जाती है, लेकिन उनका फोन तक नहीं उठता है।