Uttarakhand
आधार कार्ड के नाम पर असिस्टेंट प्रोफेसर से साइबर ठगी, ठगों ने खाते से ऐसे उड़ाए लाखों
उत्तराखंड में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह मामल देहरादून में सामने आया है। महिला असिस्टेंट प्रोफेसर अपने बेटे का आधार कार्ड में नाम परिवर्तन कराने के झांसे में साइबर ठगी का शिकार हो गई।
साइबर ठगों ने उनके 4.78 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर प्रेमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। प्रेमनगर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया कि झाझरा स्थित एक संस्थान की बायोकेमिस्ट्री विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर चारु अस्थाना से साइबर ठगी हुई।
चारु ने अपने 14 वर्षीय बेटे का आधार कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया था। उनके बेटे का नामांकन बीते सात जुलाई को रास बिहारी बोस सुभारती यूनिवर्सिटी कैंपस में हुआ था। आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र में नाम अलग-अलग थे। लिहाजा, जन्म प्रमाण पत्र में बेटे का नाम ठीक करवाने के लिए उन्होंने ऑनलाइन व्हाट्सऐप प्रक्रिया के जरिए आवेदन किया।
चारु अस्थाना ने बताया कि इस प्रक्रिया के दौरान उनसे पहले 17 रुपये और 1 रुपये की ऑनलाइन पेमेंट ली गई। इसके बाद उनके खाते से धोखे से 4.78 लाख साइबर ठगों ने हड़प लिए। इस मामले में प्रेमनगर थाना पुलिस अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।