प्रदेश में अक्सर आंधी या तूफान आने पर बिजली चली जाती है। बिजली जाने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और ये सब ज्यादातर बिजली की तारों और पोल के गिर जाने के कारण होता है। लेकिन अब ऋषिकेश में एक खास प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है जिस से आंधी या तूफान आने पर भी बिजली नहीं जाएगी।
आंधी या तूफान आने पर भी नहीं जाएगी बिजली
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) अब राज्य की विद्युत वितरण प्रणाली को तकनीकी रूप से सशक्त और अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में तेज़ी से काम कर रहा है। उपभोक्ताओं को बिना रुकावट और उच्च गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति देने के उद्देश्य से यूपीसीएल ने अपने बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में ऋषिकेश शहर में सभी बिजली के तारों को अडरग्राउंड किया जा रहा है।
ऋषिकेश में शुरू हुआ खास प्रोजेक्ट पर काम
ऋषिकेश में भूमिगत केबलिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत है। इस परियोजना के तहत गंगा तट और मुख्य बाजार क्षेत्रों में बिजली की लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। इसका सीधा फायदा ये होगा कि बारिश तूफान या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण बिजली कटौती की घटनाओं में कमी आएगी।
भूमिगत केबलिंग से सिर्फ बिजली व्यवस्था ही मजबूत नहीं होगी, बल्कि शहर का सौंदर्य भी निखरेगा। गंगा किनारे और व्यस्त बाजार क्षेत्रों में अब खुले तारों की जगह साफ-सुथरे फुटपाथ और सड़कों का दृश्य दिखेगा। ये बदलाव न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा।
विद्युत नेटवर्क की रियल टाइम होगी निगरानी
बता दें कि इस परियोजना में SCADA (Supervisory Control and Data Acquisition) सिस्टम को भी शामिल किया गया है, जिसके जरिए विद्युत नेटवर्क की रियल टाइम निगरानी की जा सकेगी। किसी भी फॉल्ट की तुरंत पहचान कर उसे कम समय में ठीक करना संभव होगा। इससे उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना कम करना पड़ेगा और आपूर्ति अधिक भरोसेमंद बनेगी।